हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|चैत्रके व्रत|चैत्र कृष्णपक्ष व्रत| वह्लीव्रत चैत्र कृष्णपक्ष व्रत आरंभ गौरीव्रत होलामहोत्सव संकष्टचतुर्थीव्रत शीतलाष्टमी संतानाष्टमी कृष्णैकादशी वारुणीयोग होलामहोत्सव केदारदर्शन चैत्री अमा वह्लीव्रत पितृव्रत चैत्र कृष्णपक्ष व्रत - वह्लीव्रत व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : chaitrafestivalmonthvratचैत्रमहिनाव्रतसण वह्लीव्रत Translation - भाषांतर वह्लीव्रत ( विष्णुधमोंत्तर ) - यह चैत्र कृष्ण अमावस्याको किया जाता है । इसमें परविद्धा अमा लेनी चाहिये । व्रतके पहले दिन ( चैत्र कृष्ण चतुर्दशीको ) नित्यके स्त्रानादिसे निवृत्त होकर अग्निदेवकी सुवर्णनिर्मित्त मूर्तिका गन्ध - पुष्पादिसे पूजन करे और अमावस्याको ' ॐ अग्नये स्वाहा ' इस मन्तसे तिल, घी और शर्कराका हवन करे । इस प्रकार वर्षपर्यन्त करनेके पश्चात् वाह्लिकी मूर्ति ब्राह्मणको दे दे । N/A References : N/A Last Updated : January 16, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP