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धृष्टकेतु

   { dhṛṣṭaketu }
Script: Devanagari

धृष्टकेतु     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
DHṚṢṬAKETU I   A prince who was the son of Dhṛṣṭadyumna and the grandson of King Drupada. [Agni Purāṇa, Chapter 278] .
DHṚṢṬAKETU II   A king of the family of Yayāti. [Bhāgavata, Skandha 9] .
DHṚṢṬAKETU III   The son of Śiśupāla, the King of Cedi. The details obtained from Mahābhārata about this King are given below.
(1) Dhṛṣṭaketu was the rebirth of Anuhlāda, the son of Hiraṇyakaśipu. [M.B. Ādi Parva, Chapter 67, Stanza 7] .
(2) Dhṛṣṭaketu was anointed as King after the death of Śiśupāla. [M.B. Sabhā Parva, Chapter 45, Stanza 36] .
(3) After the death of his father, Dhṛṣṭaketu became a tributary King of the Pāṇḍavas [M.B. Vana Parva, Chapter 12, Stanza 2] .
(4) Dhṛṣṭaketu had a sister named Kareṇumatī. [M.B.  Vana Parva, Chapter 22, Stanza 40] .
(5) During the Bhārata-battle, Dhṛṣṭaketu supplied the Pāṇḍavas with an akṣauhiṇī (21870 elephants, 21870 chariots, 65610 horses and 109350 infantry). [M.B. Udyoga Parva, Chapter 19, Stanza 7] .
(6) Dhṛṣṭaketu was appointed as one of the seven commanders-in-chief of Yudhiṣṭhira. [M.B. Udyoga Parva, Chapter 157, Stanza 11] .
(7) On the first day of the battle of Bhārata, Dhṛṣṭaketu, confronted Bāhlika. [M.B. Bhīṣma Parva, Chapter 45]
(8) He fought with Bhūriśravas. [M.B. Bhīṣma Parva, Chapter 84] .
(9) Dhṛṣṭaketu fought with Paurava. [M.B. Bhīṣma Parva, Chapter 116, Stanza 13] .
(10) Dhṛṣṭaketu fought with the teacher Kṛpa. [M.B. Droṇa Parva, Chapter 14, Stanza 33] .
(11) He fought with Ambaṣṭha. [M.B. Droṇa Parva, Chapter 25] .
(12) He killed Vīradhanvā. [M.B. Droṇa Parva, Chapter 107, Stanza 17] .
(13) He fought with the teacher Droṇa and was killed in the fight. [M.B. Droṇa Parva, Chapter 125, Stanza 23] .
(14) Among the spirits of those relatives of the Kauravas, who died in the Bhārata-battle, which were evoked to the surface of the Ganges, by Vyāsa, the spirit of Dhṛṣṭaketu also appeared. [M.B. Āśramavāsika Parva, Chapter 33, Stanza 11] .
(15) After his death Dhṛṣṭaketu became a Viśvadeva in heaven. [M.B. Svargārohaṇa Parva, Chapter 5, Stanza 15] .
(16) Vyāsa has used the following names in his Bhārata for Dhṛṣtaketu: Caidya, Cedija, Cedipati, Cedipuṅgava, Cedirāṭ, Śaiśupāli, Śiśupālātmaja.

धृष्टकेतु     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  महाभारत में वर्णित एक राजा   Ex. धृष्टकेतु वसुदेव के बहनोई थे ।
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benধৃষ্টকেতু
gujધૃષ્ટકેતુ
kasدریشتکیٛتوٗ
kokधृष्टकेतू
malധൃതകെതു
marधृष्टकेतू
oriଧୃଷ୍ଟକେତୁ
panਧ੍ਰਿਸ਼ਟਕੇਤੂ
sanधृष्टकेतुः
tamதுருஷ்டகேது
urdدھرسٹ کیتو

धृष्टकेतु     

धृष्टकेतु n.  (सो. ऋक्ष.) चेदिराज शिशुपाल का पुत्र, एवं एक पराक्रमी पांडवपक्षीय राजा । हिरण्यकशिपु का पुत्र अनुह्राद के अंश से यह उत्पन्न हुआ था [म.आ.६१.७] । यह एवं उसके पुत्र अत्यंत शूर थे [म.उ.१६८.८] । इसके साथ रण में युद्ध करने की किसी की हिम्मत न होती थी [म.उ.७८.१४] । भीम के द्वारा शिशुपाल का वध होने पर, धृष्टकेतु को चेदि देश के राजसिंहासन पर अभिषिक्त किया गया [म.स.४२.३१] । यह पहले से ही पांडवों का पक्षपाती एवं मित्र था । पांडवों के वनवास में, यह उन्हें मिलने के लिये गया था [म.व.१३.२] । भारतीय युद्ध शुरु होते ही, पांडवों की ओर से धृष्टकेतु को रणनिमंत्रण दिया गया [म.उ.४.८] । एक अक्षौहिणी सेना के साथ, यह पांडवों के पक्ष में शामिल हुआ [म.उ.१९.७] । इसके पास कांबोज देश के सफेद-काले रंग के अत्युत्कृष्ट अश्व थे । वे भी इसने युद्ध के लिये लाये थे [म.द्रो.२२.१६] । पांडवों के सात सेनापतियों में से एक के पद पर, इसे नियुक्त किया गया था [म.उ.१५४.१०-११] । अर्जुन के रथ का चक्ररक्षण का काम इस पर सौंपा गया था । वह कार्य भी इसने उत्कृष्ट तरह से निभाया [म.भी.१९.१८] । भारतीय युद्ध में, इसने निम्नलिखित प्रतिपक्षीय वीरों से युद्ध कर के पराक्रम दिखा थाः
धृष्टकेतु II. n.  (सू. निमि.) विष्णुमत में सत्यधृति का पुत्र । भागवत तथा वायुमत में यह सुधृति का पुत्र था ।
धृष्टकेतु III. n.  (सो. काश्य.) भागवतमत में सत्यकेतु का एवं विष्णु तथा वायुमत में सुकुमार का पुत्र [गरुड १.१३९]
धृष्टकेतु IV. n.  (सो. अज.) भागवत, विष्णु तथा वायुमत में धृष्टाद्युम्न का पुत्र । यह भारतीय युद्ध में पांडवों के पक्ष में था । द्रोण ने इसका वध किया । इसकी मृत्यु से पांचाल वंश समाप्त हुआ [म.द्रो.१३०.१२]
धृष्टकेतु V. n.  केकय देश का राजा । इसकी स्त्री श्रुतकीर्ति । इसे संतर्दन [विष्णु.४.१४] ;[भा.९.२४.३८] , चेकितान, बृहत्क्षत्र, विंद तथा अनुविंद [वायु.९६.१५६] नामक पॉंच पुत्र थे ।
धृष्टकेतु VI. n.  (सू.) एक राजा । वायु,मत्स्य, तथा पद्ममत में यह धृष्ट का पुत्र, एवं वैवस्वत मनु का पौत्र [पद्म. सृ.८]
धृष्टकेतु VII. n.  नृग का पुत्र [लिंग. १.६६.४६]

धृष्टकेतु     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
धृष्ट—केतु  m. m.N. of a king of चेदि, [MBh.]
ROOTS:
धृष्ट केतु
of a king of विदेहा or मिथिला (son of सु-धृति), [R.] ; [BhP.]
of a son of सत्य-धृति, [VP.]
of the son of सुकुमार, [Hariv.]
of his father, [BhP.]
of a son of धृष्ट-द्युम्न, [Hariv.] ; [Pur.]
of a king of the कैकयs, [BhP.]
of a son of मनु, [Hariv.]

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