Dictionaries | References Ś Śārṅgadhara-paddhati Śārṅgadhara-paddhati Variations : ŚārṅgP.; śārṅgp | Show All अन्तःसत्त्व अशोकीकृ कर्णामृत काव्यरस किसलयित कीटमणि कुकलत्र कृपण कृपणनिन्दा केलिवन केशरञ्जन कैरवकोरकीय कोटर क्रमेलक क्रियागुप्त क्लीबता क्षामीकृ क्षि क्षुरप्र क्षेमंकर गणदेव गणपति गण्डगोपाल गन्धफली गर्ज गर्जि गर्जितरव गर्वाय गल्ल गुञ्ज गुञ्जित गुणमय गुणवत् गुणाकर गुणागुणज्ञ गुणिन् गुरुकृत गूढपाद गोणी गोपालदेव गोपुच्छ गोभट्ट गोवर्धन गोविन्दराज गौडाभिनन्द गौडाभिनन्दन चकोर चक्र चञ्चापुरुष चञ्चुपुटक चतुर्विधम् चन्द्रकवि चन्द्रकान्तीय चन्द्रगुप्तक चन्द्रदेव चन्द्रोदयवर्णन चर्मावृत चर्वित चाम्पेय चाहुवाण चाहूआण चिञ्चिणी चौर छनच्छनिति छिन्नम जगतीजानि जगन्नेत्र जड जम्बाल जयगुप्त जयतुङ्गोदय जयदत्त जयमाधव जयवर्धन जल जलधराभ्युदय जलधिता जातिभाज् जिह्मग जीवनाय जीवनायक ज्ञानवर्मन् ज्येष्ठत्व ज्योतिःशास्त्र ज्वरिन् तरणि तरल तरलित तरुगहन तिरस्कार तुच्छ तुलाकोटि तुल् तृणमय तेजस्विप्रशंसा त्रिलोचन दग्धमरण दरिद्रनिन्दा दहनता दीपालोक दीर्घरोष दुर्लिपि दुर्वाद दूरतोभू दूषणता दोर्लतिकाभीम दौर्जन्य द्रवण द्विभल्लक द्वेषिन् धर्मवृत्ति नारङ्ग नारिङ्गी निःशङ्कया निद्रा निपीतकुसुम निवासभूमि पताक पयोरय परद्रोह परवाद परिणाम परीक्षित पाश्चात्त्यभाग पूर्वाभ्यासेन पृष्ठशिखर प्रकटन प्रज्ञागुप्त प्रतारण प्रतिकूलप्रवर्तिन् प्रतिकूलविसर्पिन् प्रथमतस् प्रमूढ प्ररुह् प्रविलम्बित प्रश्रय प्राच्य प्रीतिसंगति प्रेमबन्ध फटाटोपिन् बकव्रत बन्धनस्थ बब्बुल बहुजल्प बहुलालाप बालवैधव्य बालावर्णन बिन्दुघृत बिल्वमात्र भक्षणीयता भग्नापद् भयानकरसनिर्देश भल्ल भव भारतीकवि भावशुद्धि भावित भिक्षाचार भिक्षाहार भिन्नकरीन्द्रकुम्भमुक्तामय भिल्ली भीमसिंह भू भूर्जद्रुम भोजनवृत्ति भोजनवेला भ्रम् भ्रान्त मञ्जुगुञ्ज मणिप्रदीप मत्सरमनस् मधुकरगण मध्यभाव मन्त्रमूल मरुगत मलिनात्मन् महनीयमूर्ति महामहस् महार्घता महोन्नत मार्गस्थ मालिन्य मित्रोदय मृदूभू मेदिनीश मोहनिद्रा यथेष्टसंचारिन् याचन युक्तियुक्त रविमणि रामायण लक्ष्मीवसति लघिमन् लघूकृत लवणवारि लाभलिप्सा वक्तुकाम वज्रमुष्टि वत्सदन्त वसुंधर | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP