-
अरण्यकाण्ड - दोहा ४१ से ४६
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
रामचरितमानस - किष्किन्धाकाण्ड
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
किष्किन्धाकाण्ड - श्लोक
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
किष्किन्धाकाण्ड - दोहा १ से १०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
किष्किन्धाकाण्ड - दोहा ११ से २०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
किष्किन्धाकाण्ड - दोहा २१ से ३०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
रामचरितमानस - सुन्दरकाण्ड
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - श्लोक
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा १ से १०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा ११ से २०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा २१ से ३०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा ३१ से ४०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा ४१ से ५०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा ५१ से ६०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
रामचरितमानस - लंकाकाण्ड
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - श्लोक
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा १ से १०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ११ से २०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा २१ से ३०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ३१ से ४०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ४१ से ५०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ५१ से ६०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ६१ से ७०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ७१ से ८०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ८१ से ९०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा ९१ से १००
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा १०१ से ११०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
लंकाकाण्ड - दोहा १११ से १२१
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
रामचरितमानस - उत्तरकाण्ड
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - श्लोक
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा १ से १०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ११ से २०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा २१ से ३०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ३१ से ४०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ४१ से ५०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ५१ से ६०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ६१ से ७०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ७१ से ८०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ८१ से ९०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा ९१ से १००
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा १०१ से ११०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा १११ से १२०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
उत्तरकाण्ड - दोहा १२१ से १३०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: hi
-
रामचरितमानस
गोस्वामी तुलसीदासने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की । संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: hi
-
मानसलहरी
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौ्पाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: mr
-
मानसलहरी - अनुक्रमणिका
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौ्पाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - देवतावंदन
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौ्पाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - गुरुवंदना
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौ्पाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - रामनामाचा महिमा
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - संत वर्णन
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - रामचरितमानस
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - श्रीरामचरितमानसमधील शिवपार्वती संवाद
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - असुराना वरदान
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - लंका वर्णन
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - असुर वर्णन
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - आकाशवाणी
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - पुत्रकाम यज्ञ
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - रामजन्माची चाहूल
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - रामजन्म सोहळा
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - नामकरण संस्कार
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
बालकांड - श्रीरामाची आरती
श्रीरामचरितमानस या ग्रंथातील निवडक रसपूर्ण दोहे व चौपाया यांचा मुक्त अनुवाद.
Type: PAGE | Rank: 1 | Lang: mr
-
उत्तरतंत्रम् - त्रयोदशः पटलः
आनंदभैरव आणि आनंदभैरवी यांच्यातील संवाद म्हणजेच रूद्रयामल, यात कुण्डलिनीला महाशक्ति मानले आहे. हा तंत्रशास्त्रातील अद्भूत ग्रंथ आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa
-
उत्तरतंत्रम् - पञ्चाशत्तमः पटलः
आनंदभैरव आणि आनंदभैरवी यांच्यातील संवाद म्हणजेच रूद्रयामल, यात कुण्डलिनीला महाशक्ति मानले आहे. हा तंत्रशास्त्रातील अद्भूत ग्रंथ आहे.
Type: INDEX | Rank: 1 | Lang: sa