हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|आषाढ़के व्रत|आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत| रथयात्रा आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत रथयात्रा स्कन्दषष्ठीव्रत विवस्वान्व्रत महिषघ्रीव्रत ऐन्द्रीपूजन शुक्लैकादशीव्रत स्वापमहोत्सव वामनपूजा प्रदोषव्रत हरिपूजा कोकिलाव्रत अम्बिकाव्रत विश्वेदेवपूजन शिवशयनव्रत वायुधारिणी पूर्णिमा व्यासपूजा पूर्णिमा आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत - रथयात्रा व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : ashadhafestivalmonthvratआषाढमहिनाव्रतसण रथयात्रा Translation - भाषांतर ( स्कन्द ) - आषाढ़ शुक्ल द्वितीयाको पुष्यनक्षत्र हो तो सुभद्रासहित भगवानको रथमें विराजित कर यात्रा करावे और वापस पधार आनेपर यथास्थान स्थापित करे । इस दिन पुरीमें श्रीजगदीशभगवानको सपरिवार विशाल रथपर आरुढ़ करके भ्रमण करवाते है । उस दिन वहाँ रथयात्राका आद्वितीय उत्सव होता है । देश - देशान्तरके लाखों नर - नारी एकत्र होते हैं । उसी दिन अन्यत्र ( जयपुर आदिमें ) भगवान रामचन्द्रजीको रथारुढ़ करके मन्दिरसे दूसरी जगह ले जाकर वाल्मीकिरामायणके युद्धकाण्डकर पाठ सुनाते हैं और वहीं मुक्ताधान्यसे बीजवपन करके चातुर्मासीय कृषिकार्यका शुभारम्भ करते हैं । यह तो स्पष्ट ही है कि उस दिन भगवद्भक्तोंके यहाँ व्रत होता है और महोत्सव मनाया जात है । N/A References : N/A Last Updated : January 16, 2012 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP