आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत - ऐन्द्रीपूजन

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


ऐन्द्रीपूजन

( भविष्योत्तरपुराण ) -

आषाढ़के कृष्ण, शुक्ल किसी भी पक्षकी नवमीको ऐन्द्री नामकी दुर्गाका श्रद्धासहित पूजन करे और श्वेत ऐरावतपर विराजी हुई श्वेतवर्णकी देवीका ध्यान करके नक्तव्रत करे ।

N/A

References : N/A
Last Updated : January 16, 2012

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP