आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत - शिवशयनव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


शिवशयनव्रत

( हेमाद्रि, वामनपुराण ) -

आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमाको जटाजूटकी व्यवस्थाके विचारसे शिवजी सिंह - चर्मके विस्तरपर शयन करते हैं, अतः उस दिन पूर्वविद्धा पूर्णिमामें शिवपूजन करके रुद्रव्रत करनेसे शिवलोककी प्राप्ति होती है ।

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Last Updated : January 16, 2012

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