हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|भाद्रपदके व्रत|भाद्रपद कृष्णपक्ष व्रत| गोगानवमी भाद्रपद कृष्णपक्ष व्रत कज्जलीतृतीया विशालाक्षीयात्रा चन्द्रषष्ठी पुत्रव्रत जन्माष्टमी गोगानवमी वत्सद्वादशी कुशग्रहणी भाद्रपद कृष्णपक्ष व्रत - गोगानवमी व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : bhadrapadfestivalvratभाद्रपदमहिनाव्रतसण गोगानवमी Translation - भाषांतर गोगानवमी ( व्रतोत्सव - यह व्यापक व्रत नहीं है । लोकाचारमें इसका प्राधान्य है । इसके लिये कुम्हारलोग काली मिट्टीकी एक मूर्ति बनाते हैं । वह वीर पुरुषकी होती हैं । उसे भाद्रपद कृष्ण नवमीको प्रातः सदगृहास्थोंके घरोंमें ले जाते हैं और पूजन करवाके ले आते हैं । देखा जाता है कि अधिकांश गृहस्थ उस अश्वारुढ मूर्तिको अपूप और श्रावणीका रक्षासूत्र अर्पण करते हैं । N/A References : N/A Last Updated : January 21, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP