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मैत्री उपनिषद

मैत्री उपनिषद;Maitrī-upaniṣad  
Variations : मैत्रायणीयापनिषद्; मै. उ.; Maitrī Upaniṣad; Maitr. Up.; Maitra. Up.; Maitra. Up.; Maitri Up.; Maitri. Up.; Maitrī ; MaitrUp.

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मित्रानुग्रहण   मिथ्या   मिथ्यादर्शन   मिथ्यामनोरम   मुखवत्   मूढत्व   मृतसूतक   मृत्पच   मैत्रायण   मैत्रि   मोदिन्   यतवाच्   यथाक्रमेण   यमविषय   ययाति   यष्टव्य   युज्   योगिन्   योजनीय   रज्   रञ्ज्   रथित   रसना   रागान्ध   राजस   रुद्रत्व   रूपक   लक्ष्   लिङ्गवत्   लुप्   लेप्य   लोकवत्   लोकस्मृत्   वत्सर   वश्   वातमय   वातरज्जु   वादिन्   विःकृन्धिका   विक्षेप   विजिति   विबोध   विराज्य   विलीन   विविश्   विशेष   विश्वकर्मन्   विश्वचक्षुस्   विश्वभुज्   विश्वभृत्   विश्वात्मन्   विश्वामृत   विषमत्व   विषाद   विष्टम्भन   विष्णु   विस्मित   वृत्त   वृत्ति   वेत्र   वेत्रिन्   वेदविद्याधिगम   वेला   व्यग्र   व्यग्रत्व   व्याख्या   व्यावृत्   व्यावृत्तेन्द्रिय   व्ली   शब्द   शब्दब्रह्मन्   शर्याति   शशबिन्दु   शाकायन्य   शाकुनिक   शान्तत्व   शान्तात्मन्   शिखा   शिवतम   शुक्तस्वर   शुक्ल   शुचि   शुद्धितम   शुभाशुभ   शोषण   श्रवण   संचारयितृ   संचारिन्   संज्ञक   संज्ञित   संतोष   संयुज्   संवृद्धि   संसार   संसारचक्र   संस्फुर्   सकल   सत्त्व   सत्त्वस्थ   सत्यकाम   
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