विदेह n. विदेह देश के सीरध्वज जनक राजा का नामान्तर
[भा. ११.२.१४] ; जनक देखिये ।
विदेह II. n. विदेह देश के निमि राजा का नामान्तर (निमि देखिये) ।
विदेह III. n. एक लोकसमूह, जिस पर विदेहवंशीय राजा राज्य करते थे
[बौ. श्रौ. २.५, २१.१३] । इसकी राजधानी मिथिला नगरी में थी । पाण्डुराजा ने अपने दिग्विजय के समय मिथिला पर आक्रमण किया था, एवं विदेहवंशीय क्षत्रिय राजाओं को परास्त किया था
[म. आ. १०५-११] । इसी वंश में हयग्रीव नामक कुलांगार राजा उत्पन्न हुआ था ।
विदेह III. n. इन लोगों का सर्वप्रथम निर्देश शतपथ ब्राह्मण में प्राप्त विदेघ माथव की कथा में आता है, जहाँ इस देश के पश्र्चिम में स्थित कोशल देश की संस्कृति विदेह से श्रेष्ठतर बतायी गयी है । आगे चल कर इस देश के जनक राजा ने विदेह देश को नयी प्रतिष्ठा प्रदान की। बृहदारण्यक उपनिषद के काल में सांस्कृतिक दृष्टि से यह एक श्रेष्ठ देश मानने जाने लगा
[वृ. उ. ३.८.२] । कौषीतकि उपनिषद में विदेह लोगों का निर्देश काशि एवं कोसल लोगों के साथ किया गया है, एवं इन तीनों को ‘प्राच्य’ सामूहिक नाम प्रदान किया गया है
[कौ. उ. ४.१] । इन तीनों देशों का ‘जल जातूकर्ण्य’ नामक एक ही पुरोहित होने का निर्देश प्राप्त है
[सां. श्रौ. १६.२९.५] । इस देश का पर आट्णार नामक राजा कोसल देश के हिरण्यनाभ राजा का रिश्तेदार ही था
[सां. श्रौ. १६.२९.५] शतपथ ब्राह्मण में पर आट्णार को हिरण्यनाम का वंशज, एवं कोसल देश का राजा कहा गया है । पंचविंश ब्राह्मण में नमी साप्य नामक विदेह देश के अन्य एक राजा का निर्देश प्राप्त है
[प. ब्रा. २५.१०.१७] । कोसल एवं विदेह देशों की सीमा सदानीरा (आधुनिक गण्डक) नदी से बँध गयी थी । यह नदी नेपाल से निकल कर पटना के पास गंगा नदी को मिलता है ।
विदेह III. n. पूर्वोत्तर भारत का एक जनपद के नाते विदेह देश का निर्देश महाभारत में प्राप्त है, जिसे परशुराम, कर्ण एवं भीम आदि वीरों ने जीता था
[म. द्रो. परि. १.८.८४६] ;
[क. ५.१९] ;
[स. २६.४] । इस देश का सबसे से सुविख्यात राजा सीरध्वज जनक था, जिसकी कन्या सीता का विवाह राम दशरथि से हुआ था । ब्रह्मांड के अनुसार, जरासंध के भय से मथुरा से विजनवासी हुए यादव लोग विदेह देश में रहने के लिए आये थे
[ब्रह्मांड. २.१६.५४] ।
विदेह IV. n. (सो. वसु.) एक राजा, जो मत्स्य के अनुसार वसुदेव एवं देवकी के पुत्रों में से एक था ।