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शत्रुघ्न

   { śatrughna }
Script: Devanagari

शत्रुघ्न     

Puranic Encyclopaedia  | English  English
ŚATRUGHNA   A brother of Śrī Rāma. He and Lakṣmaṇa were the sons of Sumitrā, and Śrutakīrti was his wife. As ordered by Rāma he killed Lavaṇāsura, who lived in Madhu forest, and established there the city called Madhurāpurī. After the death of Śatrughna two sons of his lived in Madhurāpurī, and after the disappearance of the solar dynasty the city went to the Yadus. (For details see under Śrī Rāma and Hanūmān, Para 10).

शत्रुघ्न     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  राजा दशरथ के सबसे छोटे पुत्र   Ex. शत्रुघ्न सुमित्रा के गर्भ से उत्पन्न हुए थे ।
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
रिपुसूदन शत्रुहन शत्रुहा अरिंदम अरिघ्न अरिमर्दन अरिहा रिपुदमन सौमित्र अरिदमन अरिहन
Wordnet:
benশত্রুঘ্ন
gujશત્રુઘ્ન
kanಶತೃಜ್ಞ
kasشَترٛوٗدَن
kokशत्रुघ्न
malശത്രുഘനന്‍
oriଶତ୍ରୁଘ୍ନ
panਸ਼ਤਰੂਘਨ
sanशत्रुघ्नः
tamசத்ருகன்
telశత్రుఘ్నుడు
urdشترودھن , شتروہن , ارِندم , سومِتر , ارِیہن
adjective  शत्रु का नाश करने वाला   Ex. शत्रुघ्न राजा ने एकछत्र राज्य किया ।
MODIFIES NOUN:
अवस्था वस्तु जीव क्रिया
ONTOLOGY:
गुणसूचक (Qualitative)विवरणात्मक (Descriptive)विशेषण (Adjective)
SYNONYM:
रिपुसूदन शत्रुहन शत्रुहा शत्रुनाशक अरिन्दम अरिंदम अरिघ्न अरिमर्दन अरिहा रिपुदमन अरिदमन अरिमर्द अरिहन अरिजित
Wordnet:
benশত্রুঘ্ন
gujશત્રુઘ્ન
kanಶತ್ರುಘ್ನ
kokशत्रुनाशक
malഏകാധി പതിയായ
marशत्रुघ्न
oriଶତ୍ରୁଘ୍ନ
panਦੁਸ਼ਮਣ ਦਾ ਨਾਸ਼ ਕਰਨ ਵਾਲਾ
sanशत्रुघ्न
tamபகைவனை அழிக்கக்கூடிய
telశత్రుజ్ఞుడైన
urdخاتم دشمن

शत्रुघ्न     

शत्रुघ्न n.  (सू. इ.) एक इक्ष्वाकुवंशीय राजा, जो दशरथ राजा का पुत्र, एवं राम दशरथि का कनिष्ठ सापत्‍न बंधु था । इसकी माता का नाम सुमित्रा था, एवं लक्ष्मण इसका ज्येष्ठ सगा भाई था । फिर भी अपने सापत्‍न बंधु भरत से ही यह अधिक सहानुभाव रखता था, जिस कारण ‘राम-लक्ष्मण’ के समान ‘भरत-शत्रुघ्न’ का जोड़ा भ्रातृभाव की ज्वलंत प्रतिमा बन कर प्राचीन इतिहास में अमर हो चुका है ।
शत्रुघ्न n.  दशरथ के द्वारा राम का यौवराज्याभिषेक जब निश्चित हुआ, उस समय यह भरत के साथ उसके ननिहाल में था । अयोध्या आने पर इसे राम को वनवास प्राप्त होने के संबंध में वार्ता हुई । पश्चात् इस सारे अनर्थ का कारण मंथरा है, यह ज्ञात होते ही इसने उसे पकड़ कर घसीटा, एवं खूब पीटा । यह उसका वध भी करना चाहता था, किन्तु भरत ने इसे इस अविचार से परावृत्त किया । अपनी सापत्‍न माता कैकयी के मोह में फँस कर राम जैसे पुण्यपुरुष को वनवास देनेवाले अपने पिता दशरथ को भी इसने बुरा-भला कहा, एवं इस दुःखी घटना का अवरोध न करनेवाले अपने ज्येष्ठ भाई लक्ष्मण को भी काफ़ी दोष दिया [वा. रा. अयो. ७८.२-४]
शत्रुघ्न n.  राम की पादुका ले कर नन्दिग्राम लौट आनेवाले भरत के शरीररक्षक के नाते यह भी उपस्थित था । राम के वनवासकाल में शत्रुघ्न कहॉं रहता था, इस संबंध में कोई भी जानकारी ‘वाल्मीकि रामायण’ में उपलब्ध नहीं है । राम के वनवाससमाप्ति के पश्चात्, यह उसका धनुष एवं बाण ले कर उसका स्वागत करने गया था ।
शत्रुघ्न n.  वनवासकाल के पश्चात् राम अयोध्या का राजा बन गया, तब उन्हींके आदेश से इसने लवणासुर पर आक्रमण किया । लवणासुर यमुनातट के निवासी च्यवन भार्गवादि ऋषियों को त्रस्त करता था । उसके पिता मधु को शिव से एक अजेय शूल प्राप्त हुआ था, एवं शिव ने से आशीर्वाद दिया था कि, जब तक वह शूल लवण के हाथ में रहेंगा, तब तक वह अवध्य होगा [वा. रा. उ. ६१.२४] । इसी शूल के बल से लवण अब समस्त पृथ्वी पर अत्याचार करने के लिए प्रवृत्त हुआ था । च्यवन भागर्वादि ऋषियों ने लवण की शिकायत राम से की, जिस पर राम ने शत्रुघ्न को इस प्रदेश का राज्याभिषेक किया, एवं इसे लवण का वध करने की आज्ञा दी । इसने एक विशाल सेना को मधुवन की ओर भेज दिया, एवं स्वयं एक रात्रि वाल्मीकि के आश्रम में व्यतीत कर, यह मधुवन के लिए रवाना हुआ। अयोध्या से निकल ने के पश्चात् चौथे दिन यह मधुपर पहुँच गया । मधुपुर पहुँचते ही इसने देखा कि, शिव के द्वारा दिया गया शूल अपने राजभवन में रख कर, लवण कहीं बाहर गया था । इसने वह शूल हस्तगत किया, एवं यह उस राक्षस की राह देखते मधुपुर के द्वार में ही खड़ा हुआ । पश्चात् इन दोनों में घमासान युद्ध हुआ, जिसमें इसने लवण का वध किया ।
शत्रुघ्न n.  लवणवध के पश्चात्, इसने मधुवन में स्थित मधुपुरी अथवा मधुरा नगरी में अपनी राजधानी स्थापित कर, उसका नाम ‘मथुरा’ रक्खा [ब्रह्मांड. ३.६३.१८६] ;[वायु. ८८.१८५-१८६] ;[भा. ९. ११.१४] । पश्चात् इसने ‘मधुवन’ राज्य का नाम बदल कर उसे ‘शूरसेन’ नाम प्रदान किया । आगे चल कर इसी नाम से यह प्रदेश सुविख्यात हुआ।
शत्रुघ्न n.  इस प्रकार, बारह वर्षों तक मधुपुरी में राज्य करने के पश्चात्, राम के दर्शन की इच्छा इसके मन में उत्पन्न हुई । तदनुसार यह अयोध्या पहुँचा, एवं इसने मधुपुरी छोड़ कर राम के पास ही अयोध्या में रहने की इच्छा प्रदर्शित की। किंतु राम ने इस इस निश्र्चय से परावृत्त कर, क्षात्रधर्म के अनुसार मधुपुरी में प्रजापालन का कार्य करने की आज्ञा दी प्रजा हि परिपाल्या क्षत्रधर्मेण;[वा. रा. उ. ७२.१४] । पश्चात् सात दिनों तक अयोध्या में रह कर, यह मधुपुरी लौट गया । मधुपुरी वापस जाते समय, इसे वाल्मीकि के आश्रम में कुशलवों के द्वारा रामायण सुनने का अवसर प्राप्त हुआ।
शत्रुघ्न n.  राम के अश्वमेध यज्ञ के समय, अश्वमेधीय अश्व के संरक्षण का भार इसे सौंपा गया था [वा. रा. उ. ९१] । अश्वसंरक्षण के हेतु शत्रुघ्न के द्वारा किये गये पराक्रम का कल्पनारम्य वर्णन पद्म में प्राप्त है, जहाँ इस कार्य के लिए इसने पाताल में दिग्विजय करने का [पद्म. पा. ३८] , एवं शिव से युद्ध करने का निर्देश प्राप्त है [पद्म. पा. ४३] । शत्रुघ्न के अश्वमेधीय दिग्विजय में निम्नलिखित वीर शामिल थेः-- प्रतापाग्रय, नीलरत्‍न, लक्ष्मीनिधि, रिपुताप, उग्रहय, शस्त्रवित्, महावीर, रथाग्रणी, एवं दंडभृत् [पद्म. पा. ११]
शत्रुघ्न n.  अश्वमेधीय अश्व के साथ इसने निम्नलिखित देशों में दिग्विजय कर अपना प्रभुत्व प्रस्थापित किया थाः-- पांचाल, कुरु, उत्तरकुरु, दशार्ण, श्रीविशाल, अहिच्छत्र, पायोष्णी, रत्‍नातटनगर, नीलपर्वत, चक्रांकनगर, तेजापूर, नर्मदातीर, पाताललोक, विंध्यपर्वत में स्थित देवपूरनगर, भारतवर्ष की सीमा के बाहर स्थित हेमकूटपर्वत, अंग, वंग, कलिंग, कुंडलनगर, गंगातीर में स्थित वाल्मीकि आश्रम [पद्म. पा. ६-६८]
शत्रुघ्न n.  अपना आयुःकाल समाप्त हो गया है, यह जान कर राम ने भरत एवं शत्रुघ्न को अयोध्या में बुला लिया, एवं ये तीनों भाई सरयू नदी के तट पर ‘गोप्रतारतीर्थ’ में वैष्णव तेज़ में विलीन हुए [वा. रा. उ. ११०] । लक्ष्मण की मृत्यु इसके पहले ही हो चुकी थी (राम दशरथि देखिये) ।
शत्रुघ्न n.  इसकी पत्‍नी का नाम श्रुतकीर्ति था, जो कुशध्वज जनकराजा की कन्या थी [वा. रा. बा. ७३.३३] । अपनी इस पत्‍नी से इसे शत्रुघातिन् एवं सुबाहु नामक दो पुत्र उत्पन्न हुए थे । भागवत एवं विष्णु में इसके पुत्र शत्रुघातिन् का नाम क्रमशः ‘श्रुतसेन’ एवं ‘शूरसेन’ दिया गया है [भा. ९.११.१३-१४] ; विष्णु. १.१२.४। वायु में भी इसके प्रथम पुत्र का नाम शूरसेन बताया गया है [वायु. ८८.१८६] । अपनी मृत्यु के पूर्व इसने सुबाहु एवं शत्रुघातिन् को क्रमशः मथुरा एवं शूरसेन देश का राज्य दिया था [वा. रा. उ. १०७.१०८] । वायु के अनुसार दोनों ही पुत्रों को इसने मथुरा का ही राज्य प्रदान किया था ।
शत्रुघ्न II. n.  लंका का एक रावणपक्षीय राक्षस [वा. रा. यु. ४३]
शत्रुघ्न III. n.  (सो. क्रोष्टु.) एक यादव राजकुमार, जो श्रफल्क यादव के तेरह पुत्रों में से एक था [भा. ९.२४.१७]
शत्रुघ्न IV. n.  अक्रूर यादव के पुत्रों में से एक [मत्स्य. ४५.२९]
शत्रुघ्न V. n.  एक यादव राजकुमार, जो भङ्गकार एवं नरा के पुत्रों में से एक था । अक्रूर ने इसका वध किया [वायु. ९६.८५]

शत्रुघ्न     

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani
noun  राजा दशरथाचो सगल्यांत धाकटो पूत   Ex. शत्रुघ्न सुमित्राच्या गर्भांतल्यान जाल्लो
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benশত্রুঘ্ন
gujશત્રુઘ્ન
hinशत्रुघ्न
kanಶತೃಜ್ಞ
kasشَترٛوٗدَن
malശത്രുഘനന്‍
oriଶତ୍ରୁଘ୍ନ
panਸ਼ਤਰੂਘਨ
sanशत्रुघ्नः
tamசத்ருகன்
telశత్రుఘ్నుడు
urdشترودھن , شتروہن , ارِندم , سومِتر , ارِیہن

शत्रुघ्न     

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi
adjective  शत्रूचा नाश करणारा   Ex. शत्रुघ्न राजाने एकछत्री राज्य केले.
MODIFIES NOUN:
अवस्था गोष्ट क्रिया जीव
ONTOLOGY:
गुणसूचक (Qualitative)विवरणात्मक (Descriptive)विशेषण (Adjective)
SYNONYM:
अरिमर्दन
Wordnet:
benশত্রুঘ্ন
gujશત્રુઘ્ન
hinशत्रुघ्न
kanಶತ್ರುಘ್ನ
kokशत्रुनाशक
malഏകാധി പതിയായ
oriଶତ୍ରୁଘ୍ନ
panਦੁਸ਼ਮਣ ਦਾ ਨਾਸ਼ ਕਰਨ ਵਾਲਾ
sanशत्रुघ्न
tamபகைவனை அழிக்கக்கூடிய
telశత్రుజ్ఞుడైన
urdخاتم دشمن
noun  दशरथाचा सर्वात लहान मुलगा   Ex. शत्रुघ्न सुमित्रेचा मुलगा होता.
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benশত্রুঘ্ন
gujશત્રુઘ્ન
hinशत्रुघ्न
kanಶತೃಜ್ಞ
kasشَترٛوٗدَن
kokशत्रुघ्न
malശത്രുഘനന്‍
oriଶତ୍ରୁଘ୍ନ
panਸ਼ਤਰੂਘਨ
sanशत्रुघ्नः
tamசத்ருகன்
telశత్రుఘ్నుడు
urdشترودھن , شتروہن , ارِندم , سومِتر , ارِیہن

शत्रुघ्न     

A Sanskrit English Dictionary | Sanskrit  English
शत्रु—घ्न  mfn. mfn. foe-killing, destroying enemies, [Pañcar.]
ROOTS:
शत्रु घ्न
शत्रु—घ्न  m. m.N. of one of राम-चन्द्र's brothers (he was son of सुमित्रा and twin brother of लक्ष्मण, and was the chosen companion of भरत, son of कैकेयी, as was of राम, son of कौशल्या), [R.] ; [Ragh.] &c. (cf.[IW. 345; 503] )
ROOTS:
शत्रु घ्न
of a son of श्व-फल्क, [Hariv.]
of a son of देव-श्रवस्, ib.
शत्रु—घ्न  n. n. a weapon, [L.]
ROOTS:
शत्रु घ्न

शत्रुघ्न     

Shabda-Sagara | Sanskrit  English
शत्रुघ्न  mfn.  (-घ्नः-घ्नी-घ्नं) Killing a foe.
 m.  (-घ्नः) The second brother of RĀMACHANDRA, the son of DASARATHA by SUMITRĀ, and uterine brother of LAKSHMAṆA. He slew RĀVAṆA, the demon and colo- nized MATHURĀ.
E. शत्रु an enemy, and घ्न destroyer.
ROOTS:
शत्रु घ्न

शत्रुघ्न     

adjective  "शत्रून् दमयति इति।   Ex. शत्रुघ्नस्य राज्ञः राज्ये एकाधिपतित्वम् आसीत्।
MODIFIES NOUN:
क्रिया प्राणी वस्तुः दशा
ONTOLOGY:
गुणसूचक (Qualitative)विवरणात्मक (Descriptive)विशेषण (Adjective)
SYNONYM:
अरिमर्दन रिपुनिपातिन् इर्य परभेदक रिपुसूदन शत्रुनाशकृत् अरिन्दम
Wordnet:
benশত্রুঘ্ন
gujશત્રુઘ્ન
hinशत्रुघ्न
kanಶತ್ರುಘ್ನ
kokशत्रुनाशक
malഏകാധി പതിയായ
marशत्रुघ्न
oriଶତ୍ରୁଘ୍ନ
panਦੁਸ਼ਮਣ ਦਾ ਨਾਸ਼ ਕਰਨ ਵਾਲਾ
tamபகைவனை அழிக்கக்கூடிய
telశత్రుజ్ఞుడైన
urdخاتم دشمن

Related Words

शत्रुघ्न   शत्रुनाशक   خاتم دشمن   شَترٛوٗدَن   शत्रुघ्नः   ਦੁਸ਼ਮਣ ਦਾ ਨਾਸ਼ ਕਰਨ ਵਾਲਾ   ਸ਼ਤਰੂਘਨ   சத்ருகன்   பகைவனை அழிக்கக்கூடிய   శత్రుఘ్నుడు   ಶತೃಜ್ಞ   ഏകാധി പതിയായ   ശത്രുഘനന്‍   শত্রুঘ্ন   ଶତ୍ରୁଘ୍ନ   શત્રુઘ્ન   శత్రుజ్ఞుడైన   ಶತ್ರುಘ್ನ   अरिदमन   अरिहा   शत्रुहन   शत्रुहा   रिपुदमन   रिपुसूदन   अरिहन   अरिघ्न   अरिमर्द   अरिमर्दन   शत्रुनाशकृत्   अरिजित   रिपुनिपातिन्   अरिन्दम   शत्रुघ्नजननी   दंडभृत   परभेदक   सुवेषा   लवणासुर   रिपुवार   नीलरत्न   इर्य   रथाग्रणी   प्रतापाम्य   अरिंदम   शत्रुघातिन्   सौमित्र   बलमोदक   चित्रांग   वीरसिंह   सुमित्रा   बालमित्र   दुर्वार   ढाळणे   सत्यवत्   कुशध्वज   विद्युन्मालिन्   जांबवत्   श्रुतिकीर्ति   श्र्वफल्क   कुश, लव   गवय   सुमद   रिपुंजय   युद्धाजित्   सुबाहु   सीरध्वज   सुकेतु   महावीर   विमल   शूरसेन   मंथरा   नग   लवण   मधु   सुरथ   पुष्कल   माधव   मान्धातृ   वीरभद्र   लक्ष्मण   दशरथ   नील   यथा   हनुमत् , हनूमत्   राम   नल   सीता   भीम   भरत   नारद   હિલાલ્ શુક્લ પક્ષની શરુના ત્રણ-ચાર દિવસનો મુખ્યત   ନବୀକରଣଯୋଗ୍ୟ ନୂଆ ବା   વાહિની લોકોનો એ સમૂહ જેની પાસે પ્રભાવી કાર્યો કરવાની શક્તિ કે   સર્જરી એ શાસ્ત્ર જેમાં શરીરના   ન્યાસલેખ તે પાત્ર કે કાગળ જેમાં કોઇ વસ્તુને   બખૂબી સારી રીતે:"તેણે પોતાની જવાબદારી   ਆੜਤੀ ਅਪੂਰਨ ਨੂੰ ਪੂਰਨ ਕਰਨ ਵਾਲਾ   బొప్పాయిచెట్టు. అది ఒక   लोरसोर जायै जाय फेंजानाय नङा एबा जाय गंग्लायथाव नङा:"सिकन्दरनि खाथियाव पोरसा गोरा जायो   आनाव सोरनिबा बिजिरनायाव बिनि बिमानि फिसाजो एबा मादै   भाजप भाजपाची मजुरी:"पसरकार रोटयांची भाजणी म्हूण धा रुपया मागता   
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