ग्रन्थ् [granth] 1, 9 P., 1 U., 1 Ā. (ग्रन्थति, ग्रथ्नाति, ग्रन्थयति- ते, also ग्रथति, ग्रथते)
To fasten, tie or string together; ग्रन्थित्वेव स्थितं रुचः
[Bk.7.15;] स्रजो ग्रथयते &c.
To arrange, class together, connect in a regular series.
To wind round.
To write, compose; ग्रथ्नामि काव्य- शशिनं विततार्थरश्मिम्
[K. P.1.] To form, make, produce; ग्रथ्नन्ति बाष्पबिन्दुनिकरं पक्ष्मपङ्क्तयः
[K.6;] [Bk.17.69.] To set or strew with.