हिंदी सूची|व्रत|मासिक व्रत परिचय|मार्गशीर्षके व्रत|मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष व्रत| शुक्लैकादशी मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष व्रत शुक्लैकादशी व्यञ्जनद्वादशी द्वादशादित्यव्रत जनार्दनपूजा अनङ्गत्रयोदशी यमादर्शन पिशाचमोचनयात्रा शिवचतुर्दशीव्रत शुक्लैकादशी व्यञ्जनद्वादशी द्वादशादित्यव्रत कृच्छ्रचतुर्थी वरचतुर्थी नागपञ्चमी श्रीपञ्चमी त्रितयसप्तमी मित्रसप्तमी भद्रासप्तमी निक्षुभार्कचतुष्ट्य नन्दिनी पदार्थदशमी धर्मत्रयव्रत दशादित्यव्रत मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष व्रत - शुक्लैकादशी व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है । Tags : festivalmargashirshavratमहिनामार्गशीर्षव्रतसण शुक्लैकादशी Translation - भाषांतर शुक्लैकादशी ( ब्रह्माण्डपुराण ) - इसके शुद्धा, विद्धा और नियमादिका निर्णय यथापूर्व करनेके अनन्तर मार्गशीर्ष शुक्ल दशमीको मध्याह्नमें जौ और मूँगकी रोटी - दालका एक बार भोजन करके एकादशीको प्रातःस्त्रानादि करके उपवास रखे । भगवानका पूजन करे और रात्रिमें जागरण करके द्वादशीको एकभुक्त पारण करे । यह एकादशी मोहका क्षय करनेवाली है । इस कारण इसका नाम ' मोक्षदा ' रखा गया है । इसी दिन भगवान् श्रीकृष्णने अर्जुनको गीताका उपदेश किया था; अतः उस दिन गीता, श्रीकृष्ण, व्यास आदिकी पूजा करके गीता - जयन्तीका उत्सव मनाना चाहिये । गीतापाठ, गीतापर व्याख्यान आदि हो । सम्भव हो तो गीताका जुलूस भी निकालना चाहिये । N/A References : N/A Last Updated : January 01, 2002 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP