हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|कबीर के दोहे|कबीर के दोहे १५१ से २००|
आखया नामकू येही प्रताप । ...

कबीर के दोहे - आखया नामकू येही प्रताप । ...

कबीर के दोहे

हिंदी साहित्य में कबीर का व्यक्तित्व अनुपम है।
Kabir mostly known as "Weaver saint of Varanasi".


आखया नामकू येही प्रताप । ज्यासो मिटगये सब संताप ॥१॥

आखया नाम ज्याके हृदयीं होई । भूत दूत गई दोई ।

जंत्र मंत्र बीर बेताल । जिनसे डरते कांपे काल ॥२॥

काल कलई सब दुःख भाजे । प्रताप शब्द जहां गाजे ॥३॥

करकर निर्मल अंगशरीर । दया करे साहेब कबीर ॥४॥

N/A

References : N/A
Last Updated : January 07, 2008

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP