कार्तिक कृष्णपक्ष व्रत - धनत्रयोदशी

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


धनत्रयोदशी

( व्रतोत्सव ) -

कार्तिक कृष्ण त्रयोदशीको सायंकालके समय एक दीपकको तेलसे भरकर प्रज्वलित करे और गन्धादिसे पूजन करके अपने मकानके द्वारदेशमें अन्नकी ढेरीपर रखे । स्मरण रहे वह दीप रातभर जलते रहना चाहिये, बुझना नहीं चाहिये ।

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Last Updated : January 22, 2009

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