हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|रानी रूपकुँवरिजी|
जय जय श्रीकृष्णचन्द्र नंद...

भजन - जय जय श्रीकृष्णचन्द्र नंद...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


जय जय श्रीकृष्णचन्द्र नंदके दुलार रूपकुँवरि

ब्यास ऋषिन कपिलदेव मच्छ कच्छ हंस सेव ।

नर हरि बामन सुमेव परशु धरनहारे रूपकुँवरि

कलकि बौद्ध पृथु सुधीर ध्रुव हरि रघुबंस बीर ।

धन्वन्तरी हरण पीर हयग्रीव प्यारे रूपकुँवरि

बद्रीपति दत्तात्रय मन्वन्तर टारन भय ।

यज्ञेश्वर शूकर जय सनकादिक उचारे ॥

रूपकुँवरि चतुरबिंस नाम जपति बढ़ति बंस ।

भक्ति मुक्ति लहै हंस अधमनको तारे रूपकुँवरि

N/A

References : N/A
Last Updated : December 23, 2007

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP