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लागो कृष्ण -चरण मन मेरौ ॥...

भजन - लागो कृष्ण -चरण मन मेरौ ॥...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


लागो कृष्ण-चरण मन मेरौ ॥

ध्रुव प्रल्हाद दास कर लीन्हें ऐसहिं मौपर हेरौ ।

गजकी टेर सुअन्त ही तुमने तुरतहि जाइ उबेरौ ॥१॥

भवसागरसे पार उतारहु नेक करौ नहिं देरौ ।

रूपकुँवरि रानीको दीजे प्रभु पद-प्रेम घनेरौ ॥२॥

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Last Updated : December 23, 2007

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