जय जय मोहन मदनमुरारी ॥
जय जय जय बृंदाबनबासी आनँद मंगलकारी ।
जय जय रंगनाथ श्रीस्वामी जय प्रभु कलिमलहारी ॥
जय जय कहत सकल सुर हरषित जय जय कुंजबिहारी ।
जय जय जय मधुबन बंसीबट जय जय करि गिरधारी ॥
जय जय दीनबंधु करुणाकर जय जय गर्वप्रहारी ।
रूपकुँवरि बिनवति कर जोरे हौं प्रभु सरन तिहारी ॥