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नंद

   
Script: Devanagari
See also:  नंदकी , नंदी

नंद     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  गोकुल के गोपों के मुखिया और वसुदेव के मित्र   Ex. नंद और यशोदा ने बाल कृष्ण का पालन-पोषण किया ।
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
बाबा नंद नन्द बाबा नन्द
Wordnet:
benনন্দ
gujનંદ
kanನಂದ
kasنَنٛد , بابا نَنٛد
kokनंद
malനന്ദന്
marनंद
panਨੰਦ
tamநந்தன்
urdنند , بابانند
noun  धृतराष्ट्र के एक पुत्र   Ex. नंद का वर्णन महाभारत में मिलता है ।
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नन्द
Wordnet:
kasننٛد
oriନନ୍ଦ
urdنَند
noun  वसुदेव के एक पुत्र   Ex. नंद का वर्णन पुराणों में मिलता है ।
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नन्द
Wordnet:
kasنَنٛد
noun  एक राग   Ex. संगीतज्ञ नंद गा रहा है ।
ONTOLOGY:
गुणधर्म (property)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नन्द नंद राग नन्द राग
Wordnet:
benনন্দ রাগ
gujનંદ
kokनंद
marनंद
oriନନ୍ଦରାଗ
panਨੰਦ
sanनन्दरागः
urdنَند , نندراگ
noun  एक प्रकार का मृदंग   Ex. महेश नंद बजा रहा है ।
ONTOLOGY:
मानवकृति (Artifact)वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नन्द
Wordnet:
oriନନ୍ଦ
sanनन्दः
See : नंदन

नंद     

नंद n.  गोकुल एवं नंदगॉंव में रहनेवाला गोपों का राजा एवं कृष्ण का पालक पिता [म.स.परि.१.२१.७४५-७४७] । इसकी पत्नी यशोदा । यह द्रोणनामक वसु के अंश से उत्पन्न हुआ था [भा.१०.८.४८] . पद्म.सृ.१३; ब्र.१३) । वसुदेव ने अपने नवजात बालक श्रीहरि को इसके घर में छिपा दिया था [भा.१०.३.५१] । एक बार यह गुप्त रुप से वसुदेव से मिला भी था [भा.१०.४६.२७-३००] । श्रीकृष्ण बहुत वर्षो तक नंद गोप के घर रहा था । एक बार यह पानी में डूब रहा था । किंतु कृष्ण ने इसे बाहर निकाला [भा.१०.२८.२-९] । यह स्यमन्तपंचक क्षेत्र में कृष्ण से मिलने गया था [भा.१०.८२.३१] । यह हरसाल ‘इंद्रयाग’ नामक इंद्र का उत्सव करता था । किंतु वह उत्सव बंद कर, कृष्ण ने इससे कार्तिक शुद्ध प्रतिपदा के दिन ‘अन्नकूट’ का उत्सव प्रारंभ किया [भवि.प्रति.४.१९.६१] । यह जब कृष्ण विरह से व्याकुल हुआ । तब उद्धव ने इसका सांत्वन किया [भा.१०.४६.२७-३०] । नंदगोप के कुल में यशोदा के गर्भ से एक कन्या उत्पन्न हुई थी । यह साक्षात् जगज्जननी दुर्गा का स्वरुप मानी जाती है । युधिष्ठिर ने विराटनगर जाते समय, उस देवी का चिंतन किया, एवं देवी ने प्रत्यक्ष दर्शन दे कर उसे वर दिया [म.वि.परि१.४] । अर्जुन ने भी नंदगोप के कुल में उत्पन्न इस, देवी का स्तवन किया, एवं उसे विजयसूचक आशीर्वाद प्राप्त हुआ [म.भी.२३] । यह मधुरपुरी उर्फ मथुरा के आसपास के महावन में रहनेवाले आभीर भानु नामक गोपों का मुखिया था । आभीर भाबु-चन्द्रसुरभि-सुश्रवस्-कालमेदु-चित्रसेन-नंद इस क्रम से इसकी वंशावलि महाभारत में दी गयी है । इसके पिता चित्रसेन को कुल नौ पुत्र थेः
नंद II. n.  एक विष्णुभक्त राजा । इसकी भक्ति से संतुष्ट हो कर विष्णु ने इसे एक सुंदर विमान दिया था । एक बार इसे मानसरोवर के सुवर्णकमलों का अपहार करने की दुर्बुद्धि हुई । तत्काल इसका विमान नष्ट हो कर इसके सरे शरीर पर कोढ हुआ । पश्चात् वसिष्ठ की सलाह के अनुसार, इसने प्रभासक्षेत्र में तप किया । उस तप के पुण्यसंचय के कारण यह मुक्त हो गया [स्कंद.७.१.२५६]
नंद III. n.  वसुदेव को मदिरा से उत्पन्न पुत्र [भा.९.२४.८]
नंद IV. n.  (सो.कुरु.) धृतराष्ट्र का पुत्र । भीम ने इसका वध किया [म.क.३५.१७]
नंद IX. n.  स्कंद का एक सैनिक [म.श.४४.६३]
नंद V. n.  (नंद. भविष्य) मगध देश का राजा । महानंदिन् के समय, शिशुनाग वंश का अंत हो कर शूद्रापुत्र नंद गद्दी पर बैठा । इसने महानंदी का वध कर राज्य छीना था । इसके वंश में सुमाल्यादि आठ पुरुषों ने सौ वर्षातक राज्य किया । कौटिल्य ने नंद के आठ राजपुत्रों का वध कर, चन्द्रगुप्त को गद्दी पर बैठाया । [भा.१२.१] । कई पुराणों में, ‘सुमाल्या’ दि के बदले ‘सुकल्पा’ दि पाठ प्राप्त है [विष्णु.४.२२-२४] ;[वायु. २.३७] ;[ब्रह्मांड.३.७४] । नंद के जीवितकाल में ही कौटिल्य का विरोध प्रारंभ हो कर, नंद तथा उसके आठ पुत्र कौटिल्य के षड्‌यंत्र के कारण मारे गये, तथा नवनंदों का नाश हो कर चन्द्रगुप्त गद्दी पर बैठा [मत्स्य. २७२] कलि के तीन हजार तीन सौ दस वर्षे समाप्त होने पर, नंदराज्य का प्रारंभ हुआ था [स्कंद.१.२.४०]
नंद VI. n.  एक पिशाच। इसके पिशाच योनि में जाने पर मुनिशर्मा नामक ब्राह्मण ने इसका उद्धार किया [पद्म.पा.९४]
नंद VII. n.  विष्णु का एक पार्षद [भा.४.१२.२२]
नंद VIII. n.  एक कश्यपवंशी नाग [म.उ.१०१.१२]
नंद X. n.  ०. स्कंद का एक सैनिक [म.श.४४.६४]

नंद     

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani
noun  गोकुळाच्या गोपियांचो मुखेली आनी वसुदेवाचो इश्ट   Ex. नंद आनी यशोदा हाणें बाळकृष्णाक व्हड केलो
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नंद बाबा
Wordnet:
benনন্দ
gujનંદ
hinनंद
kanನಂದ
kasنَنٛد , بابا نَنٛد
malനന്ദന്
marनंद
panਨੰਦ
tamநந்தன்
urdنند , بابانند
noun  धृतराष्ट्राचो एक पूत   Ex. नंदाचें वर्णन महाभारतांत मेळटा
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
kasننٛد
oriନନ୍ଦ
urdنَند
noun  वसुदेवाचो एक पूत   Ex. नंदाचें वर्णन पुराणांनी मेळटा
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
kasنَنٛد
noun  एक राग   Ex. संगीततज्ञ नंद गायता
ONTOLOGY:
गुणधर्म (property)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नंद राग
Wordnet:
benনন্দ রাগ
gujનંદ
hinनंद
marनंद
oriନନ୍ଦରାଗ
panਨੰਦ
sanनन्दरागः
urdنَند , نندراگ
noun  एके तरेचो मृदंग   Ex. महेश नंद वाजयता
ONTOLOGY:
मानवकृति (Artifact)वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
oriନନ୍ଦ
sanनन्दः

नंद     

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English
Red lines or figures, esp. the mystical figure called स्वस्तिक, drawn on the अंतःपट or cloth which, at marriages, is held between the bride and bridegroom. 2 Vertigo incidental to puerperal women.
A reproachful term for a person utterly without care or thought; a drone or lumber-log: also for a natural or an egregious fool.
नंद or secret brokerage.

नंद     

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English
 m 
नंदकी  f  The fees of brokerage.

नंद     

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi
noun  एक गवळी राजा वसुदेवाचा मित्र   Ex. नंद हा कृष्णाचा धर्मपिता होता
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
benনন্দ
gujનંદ
hinनंद
kanನಂದ
kasنَنٛد , بابا نَنٛد
kokनंद
malനന്ദന്
panਨੰਦ
tamநந்தன்
urdنند , بابانند
noun  एक राग   Ex. संगीतज्ञ नंद गात आहे.
ONTOLOGY:
गुणधर्म (property)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
नंद राग
Wordnet:
benনন্দ রাগ
gujનંદ
hinनंद
kokनंद
oriନନ୍ଦରାଗ
panਨੰਦ
sanनन्दरागः
urdنَند , نندراگ
noun  वसुदेवचा एक पुत्र   Ex. नंदचे वर्णन पुराणांत आढळते.
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
kasنَنٛد
noun  धृतराष्ट्राचा एक पुत्र   Ex. नंदचे वर्णन महाभारतात आढळते.
ONTOLOGY:
पौराणिक जीव (Mythological Character)जन्तु (Fauna)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
kasننٛد
oriନନ୍ଦ
urdنَند
noun  एक प्रकारचा मृदंग   Ex. महेश नंद वाजवत आहे.
ONTOLOGY:
मानवकृति (Artifact)वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
oriନନ୍ଦ
sanनन्दः
See : नंदन

नंद     

 पु. ( कु . ) गर्व ; मद ; माज ; धुंदी ; आढ्यता . खरडपट्टी काढली तेव्हाच त्याचा नंद उतरला .
 पु. ( राजा . ) बाळंतिणीस होणारा वायु ; उन्माद वायु ; त्या बाळंतिणीस वार्‍यांत बसवू नका , नंद होईल .
 पु. पुरांणप्रसिद्ध एका गवळी राजाचे नाव ; कृष्णाचा धर्मपिता . [ सं . ] 
 पु. 
  1.  ( तिरस्कारार्थी ) विचारशून्य व बेफिकीर मनुष्य .
  2. केवळ मूर्ख . [ सं . आनंद ; ? सं . नन्दी ? ]

 पुस्त्री .  ( सांकेतिक ) ( नंदभाषा . ) ( व्यापारांत , दुकानदारांत रुढ ).
  1. दलाल . - शर .
  2. दलालास द्यावयाचे वेतन ; दलाली . )

वि.  ( सांके ) नऊ ( नंद नऊ होते यावरुन ). ( सं .)(
 पु. विवाहविधीतील अंतःपटावर कुंकवाने काढलेले स्वस्तिक . [ सं . ]
नंदाचा , नंदीचा पासोडा - शेला  पु .   नंद काढलेला अंतःपट .
०कोल  पु. एक प्रकारचे स्वस्तिकचिन्हांकित निशाण . नंदकोल नाना निशाणे । तळपताती माहिनिशाणे । - दावि २७१ .
नंदाचे गोकूळ  न . ( ल . ) मुलेबाळे , गाई , म्हशी व कुटुंबातील माणसे इ० कांनी , आनंदाने गजबजलेले घर , कुटुंब . हे घर म्हणजे नंदाचे गोकूळ असे वाटते .
०थाकणे   ठेवणे गुप्तपणे दलाली मिळविणे .
०कोलकाठी  स्त्री. नंदकोल निशाणीची काठी . नंदकोलकाठी निशाणासहित । घेऊनि भाविक पोवा सांगत । - दावि ४८८ .
०भाषा  स्त्री. बाजारांत ( दलालाच्या ) नोकरांना , गिर्‍हाईकांना समजू नये म्हणून व्यापारी लोक एक सांकेतिक भाषा उपयोगांत आणतात , तिला नंदभाषा असे म्हणतात . या भाषेतील सांकेतिक संख्यावाचक शब्दांचे अर्थ पुढे दिल्याप्रमाणे आहेत .
  • केवली = एक ;
  • आवरु = दोन ;
  • उधानू = तीन ;
  • पोकू = चार ;
  • मुळू = पांच ;
  • शेली = सहा ;
  • पवित्र = सात ;
  • मंगी = आठ ;
  • तेवसू , लेवनू = नऊ ;
  • अंगुळू = दहा ;
  • एकडू = अकरा ;
  • रेघी = बारा ;
  • तेपरु = तेरा ;
  • चोपडू = चौदा ;
  • तळी = पंधरा .
तळी या शब्दांपूर्वी अनुक्रमे एक , दोन , तीन , चार या अर्थाचे शब्द तान या शब्दाने जोडून सोळा , सतरा , अठरा , एकोणीस हे शब्द बनतात . जसे -
  • भुरका तान तळी = सोळा ;
  • अवारु तान तळी = बावीस येणेप्रमाणे .
  • बिटी = शंभर ;
  • ढकार = हजार .

नाण्यांसंबंधी शब्द असे -
  • भुरका = एक रुपाया ;
  • फाटा = आणा ;
  • अवारु फाटे = दोन आणे ;
  • मंगी फाटे = आठ आणे ;
  • तळी फाटे = पंधरा आणे ;
  • दुकार = एक आणा ;
  • चकार = दोन आणे ;
  • पकार = चार आणे ;
  • टाली = अर्धा रुपाया , अधेली ;
  • ढोकळा = एक पैसा या संकेतात बरेच पाठभेदहि आहेत . 
वरील सांकेतिक शब्द योजून पुढील अभंग रचलेला आढळतो .
मुळू ( ५ ) वदनाचा उधानु ( ३ ) नेत्रांचा । अंगळू ( १० ) हातांचा स्वामि माझा । १ ।
मुगुट जयाचा । केवळ्या ( १ ) आगळी काठी । ( २० ) पवित्र ( ७ ) तळवटी । चरण ज्याचे ।२।
ढकार ( १००० ) वदनाचा आला वर्णावया । जिव्हा त्याच्या चिरल्या वर्णवेना ।३।
शेली (६) वेडावली पोकू (४) मौनावली। अंगुळूमंगी (१०+८=१८) थकली नकळे त्यासी ।४।
सद्भावे शरणा अवारु ( २ ) जोडून । खेचरविसा म्हणे स्वामि माझा । ५ । [ नंद + भाषा ]

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