हारीत n. एक अंगिरसकुलोत्पन्न तत्त्वज्ञ, जिसके द्वारा प्रणीत संन्यास मार्ग का तत्त्वज्ञान ‘हारीतगीता’ नाम से सुविख्यात है । यही ‘हारीतगीता’ भीष्म ने युधिष्ठिर को कथन की
[म. शां. २६९] ।
हारीत II. n. एक ऋषि, जो युधिष्ठिर की सभा में उपस्थित था । शरशय्या पर पडे हुए भीष्म से भी यह मिलने आया था
[म. व. २७.२३] ।
हारीत III. n. एक स्मृतिकार, जिसके पुत्र का नाम कमठ था
[स्कंद. १.२.५१] । इसके द्वारा विरचित ‘लघुहारीत स्मृति’ एवं ‘वृद्ध हारीत स्मृति’ नामक दो स्मृति ग्रंथ आनंदाश्रम स्मृतिसमुच्चय में प्राप्त है । इसमें से ‘लघुहारीत स्मृति’ में ११७ श्र्लोक है, एवं उसमें प्रायश्चित्त का विचार किया गया है ।
हारीत III. n. इसके द्वारा विरचित ‘वृद्धहारीत स्मृति’ के ११ अध्याय, एवं ३५४ श्र्लोक है, एवं उसमें श्रीविष्णु की उपासना आदि की जानकारी प्राप्त है । इसकी अन्य एक स्मृति व्यंकटेश्र्वर प्रेस के स्मृतिसंग्रह में प्राप्त है, जिसमें सात अध्याय हो कर चातुर्वर्ण्य के आचारादि का विवेचन वहाँ प्राप्त है ।
हारीत III. n. ब्रह्मचर्य एवं अभक्ष्य के संबंध में इसके मतों के उद्धरण आपस्तंब एवं बौधायन, धर्मसूत्र में प्राप्त है
[आप. ध. १.१३.१०, १८.२, १९.१२] ;
[बौ. ध. २.१.२.२१] । ब्रह्मवादिनी स्त्रियों को उपनयन, एवं वेदाध्ययन का अधिकार मिलना चाहिये, ऐसा इसका अभिमत था
[स्मृतिचं. १.२४] । इसके स्मृति में राजधर्मविषयक भी अनेक अभिमत प्राप्त है, जो बहुशः अन्य स्मृतियों से लिए गये है ।
हारीत III. n. इसके नाम पर एक शिक्षा ग्रंथ भी प्राप्त है ।
हारीत IV. n. (सू. इ.) एक राजा, जो भागवत के अनुसार युवनाश्र्व राजा का, एवं विष्णु के अनुसार मांधातृ राजा का पुत्र था
[भा. ९.७.१] । ‘अंगिरस हारीत’ नामक सुविख्यात ब्राह्मण इसीके ही वंशज माने जाते है ।
हारीत IX. n. एक वैयाकरण
[तै. प्रा. १४.१८] ।
हारीत V. n. विश्वामित्र ऋषि का एक पुत्र ।
हारीत VI. n. एक आचार्य, जो व्यास की पुराणशिष्यपरंपरा में से रोमहर्षण नामक आचार्य का शिष्य था ।
हारीत VII. n. एक वैखानसवृत्ति ब्राह्मण, जिसने दिलीप राजा को माघस्नान का माहात्म्य कथन किया था । इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए, इसने दिलीप राजा को वसिष्ठ ऋषि से मिलने के लिए कहा था ।
हारीत VIII. n. मौलिस्थान (मूलतान) में रहनेवाला एक ब्राह्मण, जिसके पुत्र के रूप में स्वयं नृसिंह देवता ने जन्म लिया था
[पद्म. उ. १७७] ।