जोत खडे मलुखान, पहाडपर जोत खडे मलुखान ॥
लगे दख्खनका मैदान, पहाडपर जोत खडे मलुखान ॥चाल॥
नीले जर्दपर कडक सवारी, भडक पीले निशाण ॥
मनी मल्लेकु धडक लगाये, घेर लिया आस्मान ॥पहाडपर॥
राव होळकरने किल्ला बनाया, महल जडित हिरखाण ॥
नऊ लक्ष पायरी बनाया, कळस झडके दिनमान ॥पहाडपर॥
किल्ले अंदरसे निकला भुंगा मोगल कहे मलुखान ॥
कहे कुत्तेकु हाड ना बोले, चारि कोट सन्मान ॥पहाडपर॥
कहे मुकुंद गिर चाकर बोले रखो चरणपर ध्यान ॥
बापु वाघास सन्मुख गावे, सिद्ध करी अनुमान ॥पहाडपर॥