श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दार - कर मन हरिको ध्यान , राम ग...
श्रीहनुमानप्रसादजी पोद्दारके परमोपयोगी सरस पदोंसे की गयी भक्ति भगवान को परम प्रिय है।
कर मन हरिको ध्यान, राम गुन गाइये ।
प्रेम-मगन सब देह सुरति बिसराइये ॥
हरि-संकीर्तन करत अश्रुधारा बहै ।
गदगद होवे कंठ-परम सुख सो लहै ॥
पुलकित तनु हरि-प्रेम ह्रदय जो नाचही ।
सुर-मुनि ताकी अनुपम गति नित जाचही ॥
नाम लेत मुख हँसत, कबहुँ कर रुदनही ।
ताको हिय नित करहिं दयामय सदनही ॥
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Last Updated : May 24, 2008

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