पंचकुंड
सर्व पूजा कशा कराव्यात यासंबंधी माहिती आणि तंत्र.
पंचकुंड हो तो इसप्रकार चार कलश में आवाहन करें । शांतिकलशा एक ही हो ।
पूर्वकुंड के ईशानमें कलशामें - पृथिवीमूर्ति, पृथिवीमूर्त्यधिपति शर्व, इन्द्र अग्निमूर्ति, अग्निमूर्त्यधिपति पशुपति, अग्नि
दक्षिणकुंडके ईशानमें कलशमें - यजमानमूर्ति, यजमानमूर्त्यधिपति उग्र, यम सूर्यमूर्ति, सूर्यमूर्त्यधिपति रुद्र, निऋति
पश्चिमकुंड के ईशानमें कलशमें - जलमूर्ति, जलमूर्त्यधिपति भव, वरुन वायुमूर्ति, वायुमूर्त्यधिपतिईशान, वायु
उत्तरकुंडके ईशानमें कलशमें - सोममूर्ति, सोममूर्त्यधिपति महादेव, सोम आकाशमूर्ति आकाशमूर्त्यधिपति भीम, ईशान
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Last Updated : May 24, 2018
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