हिंदी सूची|हिंदी साहित्य|भजन|कबीर के दोहे|कबीर के दोहे २५१ से ३०२| चरका यंव यंव यंव बोले सुन... कबीर के दोहे २५१ से ३०२ दरबंद दरवेशी है ओ बेदरद क... दरबंद दरवेशी है ओ बेदरद क... करेगा साहेब होयगा सोही एक... गोसय्या राम भटकी के आनी क... मैलीसे गोदडीया बाबु धोवा ... सुनो साधोजी दुनया अजब तमा... जिया जिन मारो मुवा मत लान... गुनका भेद है न्यारा साचो ... जिनकी रेन अपार जगतमें सोह... साधो भाई गगन घटा गहरानी ॥... साधो भाई घरकी कहियो नहीं ... सुनसुन हो भया हो भया । भा... बंदा साहेबका मैं तो चोपदा... मैं गुलाम मैं गुलाम मैं ग... ढालिबंद नौकर तेरा । विठुज... मेरा गाडीवाला तूं धीरे गा... नाक दिया तो सुवास लेनेकू ... बाबा तेरे चरणकूं आदेस ॥ध्... बैरागी रामबे बंगला वीरान ... वाणी तूं रहेजेरे कागज ज्य... वाहवा साहेबजी क्या खूब ख्... मुख पान चोबती पीक उरावतो ... बैरन नींद काहांसे आई । सो... लेखो क्यौं मीटे । जाके आक... नौबत पर दिया डंका शिपाई ब... बाबा सो बालक में नाई जाकू... दो दिनकी जिंदगानी प्रभुदी... आप आपकू बुझ नही । तनमनकू ... देखो देखो छबी यार दिल हुव... पानी बिच खडी दैन्यबानी । ... भगवतभजन गुन गांऊगी रमतें ... मुलुक संदेसा लाया बे । ता... सुनो सखीरी मोरी पाडपडोसन ... ओ पंथी मेरो बालम कब घर आव... मेरी जात बरन कुलहीन । कहो... चरका यंव यंव यंव बोले सुन... पियु जल भरन मोरी जाये भला... बुंद से भिजे मोरी सारीरे ... बनमें भूली परीरे बंजारनी ... खेल गुमायो बालपनोमें तरुण... अब दहि ले तूं अब दहिं ले ... कन्हया क्या कहेना तुजकू ।... भाई हमकूं जाना पियाजीके द... येरी भाई मोरी गगरीया फोरी... लग गई या प्यारी । सीताराम... रामकी दिवानी नामकी दिवानी... हरी संग लागु बैरागन होऊंग... जसोदा मैया काहेन मंगल गाव... रुनझुन रुनझुन गोविंद आवे ... कबीर के दोहे कबीर के दोहे - चरका यंव यंव यंव बोले सुन... कबीर के दोहे हिंदी साहित्य में कबीर का व्यक्तित्व अनुपम है।Kabir mostly known as "Weaver saint of Varanasi". Tags : dohekabirकबीरदोहे कबीर के दोहे Translation - भाषांतर चरका यंव यंव यंव बोले सुन बे गुजर बाली ॥ध्रु०॥ चरका तेरा रंगी बेरंगी पहने लाल गुलाल । कातनवाली छेल छबीली गुज गुज डाले ताल ॥१॥ समदीके घर समदी जावे बहन घर जो भाई । घरकूं आग लगाकर तट्या उन्ने देह जगाई ॥२॥ कहत कबीरा सुन भाई साधु ये पद है निरबानी । ये पदके कोई निंदा करे उनकूं नरक निशानी ॥३॥ N/A References : N/A Last Updated : January 07, 2008 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP