झूलत राम पालने सोहैं ।
भूरि-भाग जननी जन जोहैं ॥
तन मृदु मंजुल मेचकताई ।
झलकति बाल बिभूषन-झाँई ॥
अधर पानि पद लोहित लौने ।
सर-सिंगार भव-सारस सोने ॥
किलकत निरखि बिलोल खेलौना ॥
मनहु बिनोद लरत छबि छौना ॥
रंजित अंजन कंज बिलोचन ।
भ्राजत भाल तिलक गोरोचन ॥
लस मसिबिंदु बदन बिधु नीको ।
चितवत चितचकोर तुलसीको ॥