Dictionaries | References व वाल्मीकि रामायण अयोध्याकांड वाल्मीकि रामायण अयोध्याकांड Variations : वा. रा. अयोघ्या; वा. रा. अयो.; Vālmīki Rāmāyaṇa, Ayodhyākāṇḍa; Ayodhyākāṇḍa; Rām.2.; Ram.2.; Ram.2; Rām2; Rā.2; Rā.m.2 | Show All चक्रम् चार चित्ररथ चिर चैत्य छाया जनक जम्बु जरित जल जातीय जाबालि जीविका जुष्ट जृम्भ ज्ञानम् ताल तिमि तिमिध्वज तिरस्क तिलक तीर्थम् तुन्न तुल्य तोयम् त्रिजट दंशित दंष्ट्रा दण्ड दन्त दर्दुर दर्शन दशरथ दात्रम् दार्दुर दिग्ध दिव् दिष्ट दीप दीप् दुर् दुस् दूर देव देवरात धनुस् धर्म धर्मपाल धूप धृष्टि नत्यूह नन्दि नर्तक नलिनी नाथ निकाश निगम निदर्शिन् निमि निरय निर्भग्न निर्यातित निर्वाप निलयनम् निष्कुट निष्ठानम् न्यग्रोध न्यन्त पञ्चन् पताका पद्मकम् परि परिक्षिप् परिणायक परिब परिषद् पर्यागम् पर्युपस्थानम् पशुका पिटक पितृ पुण्य पुरुष पुष्पम् पूर्व पृषत पैठर पोप्लूयमान प्रकृतिमत् प्रग्रह प्रज्ञान प्रणाल प्रति प्रतिकर प्रतिकर्मन् प्रतिपत्ति प्रतिपानम् प्रतिपूर्ण प्रतिभानवत् प्रतिष्ठा प्रतिहारणम् प्रतीत प्रत्युत्थानम् प्रथित प्रदक्षिण प्रबाध् प्रभा प्रमाणम् प्रमुच् प्रवण प्रवाद प्रवेक प्रशासितृ प्रसव्य प्रसृ प्रसृत प्रहित प्रियक प्रीति प्रैष्य प्लव बलवत् बलि बाल बाल्यम् बास्तिकम् बाहु बीजक बीजम् ब्राह्म ब्राह्मण्य भक्ति भद्र भद्रक भरत भरद्वाज भव्य भाण्डम् भानवी भाव भिक्षा भूत भृत भृतक भौम मंथरा मकमकाय मणि मण्ड मण्डल मध्य मनस् मन्त्र मन्त्रित मन्त्रिन् महा मातुल्यम् माध्यस्थम् मायूर मायूरक मार्ग मार्गिन् मार्दङ्गिक मूर्च्छित मेखलिन् मैत्र यथा यन्त्रक यन्त्रम् यष्टि यात याम याम्या यायजूक युक्त योग योग्य यौवन यौवराज्यम् रध् रसाल राजन् राम राहु रेखा रोचक लक्षणिन् लक्ष्मण लता लालस लॄ लोक लौह ल्वीन वक्तव्य वचनम् वर वरणम् वर्णिन् वर्तक | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP