छोटा शरीर अर्थात् मुख, क्रोधसहित, अत्यन्त शठ, शूर, जंगलमें प्रचार करनेवाला, वन, पर्वत, किला, नदी इनमें आसक्त, अतिथियोंका प्यारा, अतिछोटा नहीं किंतु प्रसिद्ध होता है । अनेक सेनाको इकठ्ठा करनेमें तत्पर, कुछ छि रे दांत, धातुकी परीक्षामें कुशल, चंचल, कंजनेत्र, स्त्रीमें आसक्त, परधनका हरनेवाला, माताका भक्त, उत्तम जांघोंवाला, बीचमें दुर्बल, शोभायमान बुद्धि, दूसरेके छिद्रोंका देखनेवाला । पर्यक, शंख, बाण, तलवार, मृदंग, माला, वीणा इन चिह्नोंके सदृश निश्चय हाथ पैरोंमें रेखा होती हैं. शशकयोगमें पैदाहुआ मनुष्य सत्तर ७० वर्षकी उमरवाला राजा होता है और भले प्रकार राज्य करता है ऐसा मुनियोंने कहा है ॥१-३॥