मराठी मुख्य सूची|ऐतिहासिक साहित्य|शिवचरित्रसाहित्य| लेख ५ शिवचरित्रसाहित्य लेख १ लेख २ लेख ३ लेख ४ लेख ५ लेख ६ लेख ७ लेख ८ लेख ९ लेख १० लेख ११ लेख १२ लेख १३ लेख १४ लेख १५ लेख १६ लेख १७ लेख १८ लेख १९ लेख २० लेख २१ लेख २२ लेख २३ लेख २४ लेख २५ लेख २६ लेख २७ लेख २८ लेख २९ लेख ३० लेख ३१ लेख ३२ लेख ३३ लेख ३४ लेख ३५ लेख ३६ लेख ३७ लेख ३८ लेख ३९ लेख ४० लेख ४१ लेख ४२ लेख ४३ लेख ४५ लेख ४६ लेख ४७ लेख ४८ लेख ४९ लेख ५० लेख ५१ लेख ५२ लेख ५३ लेख ५४ लेख ५५ लेख ५६ लेख ५७ लेख ५८ लेख ५९ लेख ६० लेख ६१ लेख ६२ लेख ६३ लेख ६४ लेख ६५ लेख ६६ लेख ६७ लेख ६८ लेख ६९ लेख ७० लेख ७१ लेख ७२ लेख ७३ लेख ७४ लेख ७५ लेख ७६ लेख ७७ लेख ७८ लेख ७९ लेख ७९ लेख ८० लेख ८१ लेख ८२ लेख ८३ लेख ८४ लेख ८५ लेख ८६ लेख ८७ लेख ८८ लेख ८९ लेख ९० लेख ९१ लेख ९२ लेख ९३ लेख ९४ लेख ९५ लेख ९६ लेख ९७ लेख ९८ लेख ९९ लेख १०० शिवचरित्र - लेख ५ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक आणि मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. Tags : historicalmarathishivajiऐतिहासीकमराठीशिवाजीसाहित्य शिवचरित्र - लेख ५ Translation - भाषांतर [प्रारंभी ५,७ ओळी, फार्शी मजकूर] श.१४९३ माघ शु. १०इ. १५७२ जाने. २४सरसमत व कारकुनानी देसमुखानी व अदीकारीयान व खोतानी व रयानि मामले मुर्तजाबाद उरुफ चेऊळ बिदानद सु॥ इसने सबैन व तिसा मैया आपाजी माहाद प्रभु देसाई व कुलकरणी सो मामले मजकुरी बंदगी हजरती आर्दास इरसाल केली जे मजमुन लिहिले जे आपली इसाबती लाजीमा विलायेती मजकुरी होती ती दिवाणी जमा जाली आहे आपणास लाजीमा मुशाहिरा नाहि येण्हे करि [तां] चाकरी करितां आपणासी खावयासि नाहि तरी विलायेती मजकुरी आपणासि गाउ खंड दिल्हेया आपण कवीहाळ होउनु देसकतीचे काम करुन चाकरी करनि मालुम जाहाले आपाजी महाद प्रभु मजकुरास गावखड खेरीज इनामती व खारिया दरगावाप्रमाणे दर हरसाल देत जाइजे तकरार न कीजे दर हरसाल खुर्दखताचा उजूर न कीजे तालीक लेहोनु घेइजे असल नफर मजकुरास दीजे ब॥ खु॥ तेरीख ८ माहे रमजान या असलिमखान [फा.मोर्तब] N/A References : N/A Last Updated : February 11, 2019 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP